संसद सत्र के दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी ने क्या कहा?

जब हम कभी संसद में चल रहे सत्र के बारे में सुनते हैं तो , मन में एक कोतूहल बनता है कि संसद में होने वाली कार्यवाही को पूरे सिद्दत से सुना जाए , पूरा सुना जाये कि हमारा कौन सा नेता देश की सर्वोच्च पंचायत संसद भवन में क्या बोलता है ? उसकी बातों का कितने सदस्य समर्थन और कितने सांसद विरोध करते हैं ! सबसे रोचक तो ये देखना होता है कि जब कोई सांसद अपनी दलील रख रहा होता है तो बीच बीच में बे सुर – ताल के उसकी हर बात पर चिखते चिल्लाते विपक्षी पार्टी के सांसदों द्वारा जो विरोध दर्ज कराया जाता है , जो कई बार यह सोचने पर विवश करता है कि हम होते तो मार हो जाती लेकिन ये सांसद बहुत सहनशीलता का प्रमाण भी पेश करते हैं, कोई कितना भी विरोध दर्ज कराये लेकिन उन्हें अपना पक्ष रखने का हक होता है।जिसके तहत संसद में बोली जाने वाली कुछ संसदीय भाषा निर्धारित की गयी है लेकिन वो सारी मर्यादा ताख पर रखकर कई बार कुछ सांसद अक्सर बेमतलब के चिखते चिल्लाते नजर आते हैं ।

हद तो तब हो जाती है जब सभापति महोदय यानी स्पीकर साहब के बार बार मना करने के बावजूद भी वे अपनी बौखलाहट भरे शोर सराबे में कोई कमी नहीं लाते। ऐसा ही देखने को मिला जब संसद सत्र के छठवें दिन , राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में ख़ूब जमकर शोर सराबा हुआ , बात करें लोकसभा की तो वहां राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी और लोकसभा में विपक्ष के युवा व कद्दावर नेता राहुल गाँधी सदन में बोलते हुए खड़े हुए और कुछ ऐसा फार्म व जोश में नजर आये और ऐसा कुछ कह डाला कि सत्ता पक्ष के सभी लोग बौखला गये, तिलमिला गये। हुआ यूं कि राहुल गांधी ने भाजपा के सदस्यों को हिन्दुत्व की अहिंसावादी सनातनी परम्परा पर भगवान शिव की तस्वीर के बारे में बताते हुए कहा , “यदि आप भगवान शिव जी को देखें तो उनकी तस्वीर से ही आपको पता चल जाना चाहिये कि हिन्दु हिंसा नहीं फैला सकता है अतः आप हिन्दु नहीं हिंसक हैं।” उन्होंने कहा भाजपा हर समय हिंसा फैलाती रहती है, जबकि शिव जी सदैव अभय मुद्रा में रहते हैं । राहुल गाँधी के इस बयान के बाद तो जैसे सदन में कयामत आ गयी ।

ज्यादातर सदस्य उठकर चिखने चिल्लाने लगे , जिस कार्य के लिये उन्हें जाना जाता है या फिर चुना जाता है। अमित शाह ने इस बयान पर कहा कि अभय मुद्रा पर इस्लामिक विद्वानों से राय ले लेनी चाहिए अगर नियम व कायदा नहीं पता है तो राहुल को ट्यूशन भ ले लेनी चाहिए । शाह ने आगे यह भी कहा कि , “राहुल गाँधी को मालूम होना चाहिए कि देश के करोड़ो लोग स्वयं को गर्व से हिन्दू कहते हैं और आप उनको हिंसक बता रहे हैं ?
यहाँ आप पाठकों को समझना होगा कि किस तरह से बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है ?
आगे अमित शाह कहने लगे कि राहुल गाँधी को देश के करोड़ों लोगों से माफी मांगनी चाहिये। जबकि राहुल ने ये भी कहा कि शिव जी के बायें कंधे के पीछे त्रिशूल जमीन में गड़ा हुआ है मतलब वह हिंसा का प्रतीक नहीं है । राहुल ने आगे कहा, “कुरान में लिखा है पैगंबर साहब ने कहा है कि , “डरना नहीं है!” गुरु नानक जी के चित्र में भी आपको अभय मुद्रा ही दिखाई देगी वह भी कहते हैं डरो मत और डराओ भी मत यहां तक की जीसस क्राइस्ट के फोटो में भी आपको अभय मुद्रा ही नजर आएगी यीशु ने कहा था कोई आपको एक थप्पड़ मारे तो दूसरा गाल भी आगे कर देना । राहुल गांधी ने शिव जी की तस्वीर का पुनः हवाला देकर यह बताने की कोशिश किया कि शिव जी के बाएं हाथ के पीछे त्रिशूल जमीन में गड़ा है इसलिए वह अहिंसा का प्रतीक है अगर वह दाहिने हाथ में होता तब वह हिंसा का प्रतीक माना जाता। वह आगे कहते हैं कि शिवजी के गले में सांप है जो यह दर्शाता है कि वह मृत्यु को अपने पास रखते हैं वह यह कहना चाहते हैं कि मैं सच्चाई के साथ हूं । राहुल गांधी शिव जी की फोटो सदन में दिखाना चाह रहे थे जिसे उन्हें दिखाने से रोक दिया गया । आप लोगों को बता दें कि यह बात आगे बढ़ती रही और वह बीजेपी से विगत दिनों लड़े गए अपने चुनाव को कहते हैं कि वह हिंसा नहीं था वह सच्चाई के साथ किया गया एक तर्क था कार्य था। स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी से कहा , “आप नेता विपक्ष हैं आपको किसी धर्म के बारे में ऐसी टीका टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे देश में गलत मैसेज जाए ।”

तब राहुल गांधी दूसरी ओर मुड़े उन्होंने कहा कि राम भगवान की जन्म भूमि ने भाजपा को मैसेज दिया है और वह मैसेज बगल में बैठे हैं । उन्होंने सपा सांसद अवधेश प्रसाद की ओर इशारा करते हुए यह बात कहा। उन्होंने कहा कि मैं अवधेश प्रसाद जी से पूछा , आपको कब लगा कि आप जीत रहे हैं तो वह बोले पहले दिन से! उन्होंने कहा कि अयोध्या में एयरपोर्ट बना लोगों से जमीन छीनी गई आज तक उसका मुआवजा नहीं दिया गया।

छोटी-छोटी दुकानें तोड़ी गईं, लोगों को सड़क पर ला दिया गया, राम मंदिर के इनॉगरेशन में अडानी अंबानी थे , अयोध्या वासी नहीं थे और तो और राहुल गांधी आगे क्रमशः बोलते रहे उन्होंने कहा कि आपने देखा, “मैंने अयोध्या शब्द बोला और माइक बंद हो गया!” सर्वे में नरेंद्र मोदी को अयोध्या से लड़ने को मना कर दिया गया था तभी तो यह वाराणसी चले गए ,

मोदी इस पर व्यंग्यात्मक मुद्रा में बोले कि, “लोकतंत्र और संविधान ने मुझे सिखाया है कि मुझे विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए ।”
यह एक तरह से मोदी का राहुल गांधी पर तंज कसा गया था। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि, पीएम कहते हैं कि महात्मा गांधी मर चुके हैं और गांधी को एक फिल्म द्वारा पुनर्जीवित किया गया है क्या आप अज्ञानता को समझ सकते हैं ? एक और बात जो मैंने देखी वो यह है कि सिर्फ एक धर्म नहीं है जो साहस की बात करता है, सभी धर्म साहस की बात करते हैं , राहुल गांधी ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में एक महिला मेरे पास आई और बोली मेरा पति मुझे रोज मार रहा है।

     मैंने कहा क्यों मार रहा है तो कहती है कि सुबह का खाना नहीं दे पाई , बोली महंगाई है। इसलिए मुझे मारने लगा !  तो मैंने उससे कहा ,  "बहन मैं क्या करूं, कैसे आपकी मदद करूं ??"  वह बोली, "महंगाई के कारण हजारों महिलाओं को घरों में पीटा जा रहा है।"  अब राहुल गांधी सरकार से बोलते हैं कि आपने महिलाओं को महंगाई से डराया है।

राहुल गांधी आगे कहते हैं कि मैं पंजाब में अग्नि वीर के परिवार से मिला मैं उसे शहीद कह रहा हूं, हिंदुस्तान की सरकार उसे शहीद नहीं कहती , नरेंद्र मोदी उसे शहीद नहीं कहते। उसे अग्नि वीर कहा जाता है उसे पेंशन नहीं मिलेगी , उसे शहीद नहीं कहते हैं अग्नि वीर तो सिर्फ यूज एंड थ्रो मजदूर हैं । राहुल गांधी कहते हैं कि अग्नि वीर को 6 महीने की ट्रेनिंग देते हैं आप, दूसरी तरफ चीन वाले अपने जवानों को 5 साल ट्रेनिंग देते हैं, जवानों के बीच फूड डालते हैं आप और अपने आप को देशभक्त कहते हैं ? यह कैसी देशभक्ति है ??

 इस पर राजनाथ सिंह ने कहा, "गलत बयानी करके सदन को गुमराह किया जा रहा है अग्नि वीर जब शहीद होता है तो उसके परिवार को एक करोड़ की सहायता दी जाती है।  राहुल ने इस पर कहा कि पेंशन तो नहीं दी जाती है ना ? 

अब अमित शाह की बारी थी, अमित शाह ने कहा कि, “यह सदन झूठ बोलने की जगह नहीं है अगर नेता विपक्ष अपने स्टेटमेंट का सत्यापन नहीं करते हैं तो उन्हें सदन और अग्नि वीरों से माफी मांगनी चाहिए।”

राहुल गांधी बोले अग्नि वीर सेवा के खिलाफ हैं, देश के खिलाफ हैं , युवाओं के खिलाफ हैं। जब हमारी सरकार आएगी तो इस योजना को बंद कर दिया जाएगा। राहुल गांधी आगे बोलते हुए कहते हैं, “पहली बार भारत के इतिहास में जनता से स्टेट छीना गया , जम्मू कश्मीर लद्दाख से स्टेट छीना गया, मणीपुर को आपकी योजना ने जला दिया, हिंसा में डुबो दिया ।
आज तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणीपुर क्यों नहीं गए ? ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री के मणीपुर स्टेट नहीं है।
हमने प्रधानमंत्री से कहा , ” आप वहां चले जाइए वह नहीं गए लेकिन मैं तो गया मैतेयी और कुकी से मिला और तो और प्रधानमंत्री कहते हैं कि मेरा भगवान से डायरेक्ट कनेक्शन है। यह मैं नहीं प्रधानमंत्री खुद बोलते हैं , उस टाइम 8:00 बजे भगवान का डायरेक्ट मैसेज आया होगा, “मोदी जी नोटबंदी कर दीजिए!” इन्होंने कर दिया। गुजरात में मेरी कपड़ा व्यापारियों से बात हुई उन्होंने कहा कि अरबपतियों की मदद के लिए नोटबंदी और जीएसटी लाई गई है, नरेंद्र मोदी अरबपतियों के लिए काम कर रहे हैं। हम आपको गुजरात में हरायेंगे, लिख कर ले लो ! गुजरात में इंडिया गठबंधन को जीत मिलेगी एनडीए हारेगा इस बार । राहुल गांधी आगे बोलते हुए बोले कि किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए बनाया गया बिल इन्होंने रद्द कर दिया किसानों को डराने के लिए तीन कानून लाए, सच्चाई यह है कि यह अडानी – अंबानी के लिए लाया गया कानून था । आप उनको कहते हो यह सब आतंकवादी हैं , यह झूठ नहीं है सच है।

अब इस पर अमित शाह बोले कि यह स्टेटमेंट आतंकवादी कहने वाला कैसे सही है ? राहुल बोले – 700 किसान शहीद हुए, हमने कहा किसानों के लिए मौन होना चाहिए। आपने कहा यह किसान नहीं हैं , मौन नहीं होना चाहिए आपने कहा यह आतंकवादी हैं ।

राहुल गांधी नीट परीक्षा के पेपर लीक पर बोलते हुए कहे कि आपने हर एक व्यक्ति के लिए डर का पैकेज दिया है , रोजगार तो आपने खत्म कर ही दिया है अब नया फैशन निकला है NEET एक प्रोफेशनल स्कीम को आपने कामर्शियल स्कीम में बदल दिया है , गरीब मेडिकल कॉलेज नहीं जा सकता, पूरा का पूरा एग्जाम अमीर बच्चों के लिए बना दिया गया है । हजारों करोड़ रुपये बन रहे हैं क्योंकि कॉमर्शियल पेपर जो बना रखे हैं आपने।
7 साल में 70 पेपर लीक हुए हैं।

अंत में राहुल गांधी ने सीधे स्पीकर से ही कुछ सवाल कर दिए , “उन्होंने पूछा कि मैं आपसे हाथ मिलाया तो आप सीधे खड़े रहे, जब मोदी जी आपसे हाथ मिलाए तो आपने झुक कर उनसे हाथ मिलाया ?”

स्पीकर ने इस पर जवाब दिया , वे बोले कि मेरी संस्कृति और संस्कार में सिखाया गया है कि जो हमसे बड़े हैं उनसे झुक कर मिलो और जो छोटे हैं उनसे बराबरी से मिलो । इसपर राहुल गांधी कहते हैं कि, “स्पीकर सबसे बड़ा होता है , हम सबको स्पीकर से झुक कर बात करनी चाहिए आप इस हाउस के लीडर हैं आपको किसी के सामने झुकना नहीं चाहिए।” राहुल गांधी आगे बोलते हैं कि मैंने एक भाषण दिया है जिस पर बार-बार बाधा उत्पन्न की गई है हम सब किसी चीज का खड़े होकर विरोध करते हैं तो वह सत्य है , अहिंसा है , साहस है।

   अब आप लोग तय करिए जनता जनार्दन , जो इस पूरे पोस्ट को अब तक पढ़े हैं आप लोग सोचिए कि जब कोई नेता चाहे वह पक्ष का हो या विपक्ष का हो जब अपनी बात सदन में रखता है तो भले ही उस बात में कितनी भी सच्चाई हो लेकिन क्योंकि हम विपक्षी दल के हैं तो हमें उस पर हो हल्ला करने का एक फैशन चल पड़ा है।  पार्लियामेंट में इस तरह के चीजों से कई बार मन बड़ा आहत होता है , ऐसा लगता है कि बहुत सी विशेष बातें दब कर रह जाती हैं , कुछ खास बातें भी इन विरोधी स्वरों में गुम सी हो जाती हैं। तो आप लोग क्या कहेंगे पार्लियामेंट की जो करवाई है उसपर ।

खैर संसद सत्र तो चलते ही रहेंगे लेकिन क्या ऐसे ही सरकार विपक्ष से तर्क कुतर्क करते ही 5 साल बिताएगी या कुछ कार्य भी कर पाएगी, यह देखना होगा लेकिन जो भी हो इस समय आज 1 जुलाई 2024 से तीन नए कानून जो देश में लागू हो गए हैं, उनके बारे में आप लोगों को बताएंगे आप लोग बने रहिएगा रीयल रिपोर्टर न्यूज़ पर ।
आप लोग हमें विजिट करते हैं www.realreporternews.in पर इसके लिए आप सबका बहुत-बहुत शुक्रिया
जय जयकार जारी रहेगी !
जय हिंद ! जय भारत !!
लव यू इंडिया !!!

Share This Article

Leave a Comment