लड़कियों में दाढ़ी मूंछ
लड़कियों में दाढ़ी मूंछ: लड़कियों के चेहरे पर दाढ़ी-मूंछ उगने का चौंकाने वाला कारण WHO की नई रिपोर्ट में सामने आया! हार्मोनल असंतुलन या बड़ा षड्यंत्र? पूरी सच्चाई जानें।

आज का सबसे वायरल और हैरान करने वाला टॉपिक लेकर आया हूँ। सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक ही खबर ट्रेंड कर रही है – “लड़कियों के चेहरे पर दाढ़ी-मूंछ आ रही है और इसके पीछे WHO की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है।” Aaj Tak, Zee News से लेकर छोटे-छोटे यूट्यूब चैनल तक सब यही चिल्ला रहे हैं कि ये सब प्लास्टिक चावल, केमिकल युक्त खाना, दवाइयों और हार्मोन इंजेक्शन वाली सब्जियों की वजह से हो रहा है। लेकिन सच क्या है? क्या सचमुच WHO ने कोई ऐसी रिपोर्ट जारी की है? या ये सिर्फ व्यूज और TRP के लिए बनाया गया डरावना कंटेंट है? आज हम पूरा पोस्ट में एक-एक करके सब कुछ खोलकर रख देंगे।
लड़कियों में दाढ़ी मूंछ: सबसे पहले देखते हैं कि वायरल दावा क्या है?
वायरल पोस्ट में कहा जा रहा है कि:
- आजकल 12-15 साल की लड़कियों के भी चेहरे पर हल्की-हल्की दाढ़ी-मूंछ आ रही है
- पीरियड्स 8-9 साल की उम्र में ही शुरू हो रहे हैं
- इसके पीछे कारण है – प्लास्टिक का चावल, हार्मोन इंजेक्शन वाली सब्जी-फल, दूध में यूरिया और डिटर्जेंट, केक-बिस्किट में खतरनाक केमिकल
- और सबसे बड़ा दावा – WHO ने 2024-2025 में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें ये सब लिखा हुआ है कि ये सब बड़ी-बड़ी कंपनियों की साजिश है ताकि लोग बीमार पड़ें और दवा कंपनियां पैसा कमाएं।
अब आते हैं असली सच पर
मैंने खुद WHO की ऑफिशियल वेबसाइट (who.int) पर जाकर 2023, 2024 और 2025 की सभी नई रिपोर्ट्स चेक कीं। नतीजा?
ZERO। बिल्कुल शून्य। WHO ने न तो कोई ऐसी रिपोर्ट जारी की है और न ही कोई स्टेटमेंट दिया है कि “लड़कियों के चेहरे पर दाढ़ी-मूंछ उग रही है” या “ये सब खाने-पीने की चीजों की वजह से है”।
हाँ, WHO ने endocrine disruptors (हार्मोन बिगाड़ने वाले केमिकल्स) पर कई सालों से रिसर्च की है। 2012 में ही WHO-UNEP की एक बड़ी रिपोर्ट आई थी – “State of the Science of Endocrine Disrupting Chemicals 2012”। उसमें लिखा था कि कुछ केमिकल जैसे Bisphenol-A (BPA), Phthalates, Pesticides आदि हार्मोन सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन वो रिपोर्ट भी ये नहीं कहती कि “लड़कियों के चेहरे पर दाढ़ी आ रही है”।
तो फिर लड़कियों में हिर्सुटिज़्म (चेहरे पर अनचाहे बाल) बढ़ क्यों रहा है?
ये सच है कि आजकल PCOS/PCOD के केस बहुत बढ़ गए हैं। भारत में हर 5 में से 1 लड़की को PCOS है। और PCOS का एक लक्षण है हिर्सुटिज़्म यानी चेहरे, छाती या पीठ पर मर्दाना पैटर्न में बाल आना। लेकिन इसके कारण क्या हैं?
डॉक्टर्स और रिसर्च के अनुसार असली कारण ये हैं:
- इन्सुलिन रेजिस्टेंस और मोटापा – आजकल जंक फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक, कम नींद की वजह से
- तनाव और खराब लाइफस्टाइल
- जेनेटिक्स – अगर माँ या बहन को है तो बेटी को होने की संभावना ज्यादा
- कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट (जैसे स्टेरॉयड)
- हाँ, कुछ हद तक प्लास्टिक केमिकल और पेस्टिसाइड्स भी योगदान देते हैं – लेकिन वो अकेला कारण नहीं हैं।
प्लास्टिक चावल, हार्मोन वाली सब्जी – ये सच है या अफवाह?
- प्लास्टिक चावल वाला वीडियो 2016-17 का पुराना है, कई बार फैक्ट चेक हो चुका है – ज्यादातर फेक थे।
- सब्जियों में हार्मोन इंजेक्शन (Oxytocin) का इस्तेमाल होता है कुछ जगहों पर,
- लेकिन वो सीधे इंसान के चेहरे पर दाढ़ी नहीं उगा देता।
- दूध में यूरिया-डिटर्जेंट मिलाने की घटनाएँ हुई हैं, लेकिन वो बड़े स्तर पर नहीं है।
तो वायरल खबर क्यों बनाई गई?
बहुत सिम्पल – डर बेचता है। “WHO ने कहा”, “बड़ी साजिश”, “लड़कियों के चेहरे पर दाढ़ी” – ये सब क्लिकबेट शब्द हैं। एक बार वीडियो पर क्लिक हुआ तो 10-15 मिनट ऐड देखकर चैनल को हजारों-लाखों रुपए मिल जाते हैं। यही कारण है कि पिछले 15 दिन में 200+ यूट्यूब चैनल ने एक ही स्क्रिप्ट कॉपी-पेस्ट करके वीडियो डाल दी।
