सिल्वर इंडस्ट्रियल डिमांड
सिल्वर इंडस्ट्रियल डिमांड : “सोने-चांदी की कीमतें लेटेस्ट अपडेट दिसंबर 2025 फेड रेट कट के बाद सोना $4200 पार, चांदी ने $60-$61/औंस का माइलस्टोन क्रॉस किया। साप्ताहिक तेजी, भारतीय बाजार भाव और 2026 प्रेडिक्शन यहां पढ़ें।

सोने चांदी की कीमतें लेटेस्ट अपडेट
दिसंबर 2025 में वैश्विक कमोडिटी मार्केट में जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है। US फेडरल रिजर्व की 11-12 दिसंबर की मीटिंग में 25 बेसिस पॉइंट्स की रेट कटौती के ऐलान के बाद सोना और चांदी की कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं। चांदी ने $60 प्रति औंस का महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर लिया और रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड कर रही है, जबकि सोना भी $4,300 के पार मजबूती दिखा रहा है। यह तेजी निवेशकों के लिए बड़ा अवसर लेकर आई है।
वैश्विक बाजार में लेटेस्ट कीमतें (13 दिसंबर 2025)
वर्तमान में स्पॉट मार्केट में:
- सोना: $4,297 से $4,329 प्रति औंस के बीच ट्रेडिंग। रेट कट के तुरंत बाद 0.5% से ज्यादा की छलांग लगी और साप्ताहिक आधार पर 2-3% का गेन दर्ज हुआ।
- चांदी: $62 से $64 प्रति औंस के दायरे में। कुछ घंटों में ही $60 का माइलस्टोन क्रॉस करने के बाद यह $64.66 तक का नया ऑल-टाइम हाई छू चुकी है। साल 2025 में चांदी ने 100% से ज्यादा रिटर्न दिया है।
फेड की इस कटौती ने अमेरिकी डॉलर इंडेक्स को कमजोर किया,
जिसका सीधा फायदा गोल्ड और सिल्वर जैसे सेफ-हेवन एसेट्स को मिला। कम ब्याज दरों का माहौल में निवेशक नॉन-यील्डिंग एसेट्स की ओर रुख कर रहे हैं।
भारत में सोने-चांदी के भाव
भारतीय बाजार में भी वैश्विक तेजी का पूरा असर दिख रहा है:
- 24 कैरेट सोना (10 ग्राम): दिल्ली-मुंबई में ₹1,33,000 से ₹1,33,500 के बीच। पिछले हफ्ते से ₹3,000-4,000 की बढ़ोतरी।
- 22 कैरेट सोना (10 ग्राम): लगभग ₹1,22,000 के आसपास।
- चांदी (1 किलोग्राम): ₹2,03,000 से ₹2,04,500 तक – रिकॉर्ड स्तर पर। एक दिन में ही ₹2,000 से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
MCX फ्यूचर्स में भी गोल्ड और सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट्स में अच्छी खरीदारी देखी गई।
हालांकि रुपया की मामूली मजबूती से आयातित कीमतों पर थोड़ा दबाव रहा, लेकिन ओवरऑल ट्रेंड बुलिश है।
तेजी की मुख्य वजहें
- फेड रेट कट: दिसंबर मीटिंग में फेड ने दरें 3.75%-4.00% से घटाकर 3.50%-3.75% की। 2026 में और 50-75 bps कट की उम्मीद से मार्केट पॉजिटिव।
- डॉलर की कमजोरी: डॉलर इंडेक्स 100 के नीचे फिसल गया, जो गोल्ड-सिल्वर के लिए बुलिश सिग्नल है।
- चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड: सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, 5G और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में चांदी की मांग रिकॉर्ड स्तर पर। सप्लाई डेफिसिट का अनुमान 200 मिलियन औंस से ज्यादा।
- जियोपॉलिटिकल टेंशन और इन्फ्लेशन हेज: विश्व स्तर पर अनिश्चितता में सोना हमेशा सेफ इन्वेस्टमेंट रहता है।
आगे क्या? 2026 का आउटलुक
विश्लेषकों का मानना है कि यह
तेजी अभी और जारी रह सकती है:
- गोल्ड के लिए टारगेट: $4,500 से $5,000 प्रति औंस तक।
- सिल्वर के लिए: $70-$80 तक की संभावना, इंडस्ट्रियल डिमांड के चलते।
- कुछ एक्सपर्ट्स प्रॉफिट बुकिंग की चेतावनी भी दे रहे हैं, क्योंकि तेज उछाल के बाद करेक्शन आ सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह
- लंबी अवधि: सोना-चांदी में निवेश अभी भी आकर्षक। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड ETF या सिल्वर ETF बेहतर विकल्प।
- शॉर्ट टर्म: वोलेटिलिटी ज्यादा है, इसलिए स्टॉप-लॉस के साथ ट्रेड करें।
- शादी-त्योहारों के सीजन में फिजिकल खरीदारी भी बढ़ सकती है, जो भारतीय बाजार को और सपोर्ट देगी।
