पटियाला SSP ऑडियो क्लिप
पटियाला SSP ऑडियो क्लिप : पटियाला SSP वरुण शर्मा की कथित ऑडियो क्लिप विवाद हाईकोर्ट ने CFSL चंडीगढ़ से जांच के आदेश दिए, SSP को चुनाव ड्यूटी से हटाया। पंजाब लोकल बॉडीज चुनाव में पुलिस निष्पक्षता पर सवाल – पूरी डिटेल्स और अपडेट्स।

टियाला SSP ऑडियो क्लिप विवाद
पंजाब में 14 दिसंबर 2025 को होने वाले जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों से पहले बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पटियाला SSP वरुण शर्मा की कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद विपक्षी दलों ने सत्ता पक्ष AAP पर पुलिस मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस मामले में गंभीर टिप्पणियां की हैं, जिसमें राज्य चुनाव आयोग (SEC) की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
ऑडियो क्लिप में क्या है?
- शिरोमणि अकाली दल (SAD) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने 4 दिसंबर को यह 18 मिनट की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की।
- क्लिप में कथित तौर पर पटियाला SSP वरुण शर्मा अपने अधीनस्थों को निर्देश देते सुनाई दे रहे हैं कि विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोकें।
- निर्देशों में कहा गया: उम्मीदवारों को घर या रास्ते में रोकें, स्थानीय AAP MLA के आदेशों पर काम करें, सत्ता पक्ष के समर्थकों को संरक्षण दें और रिटर्निंग ऑफिसर्स से नामांकन रिजेक्ट करवाएं ताकि AAP उम्मीदवार बिना मुकाबले जीतें।
- पटियाला पुलिस ने इसे AI जनरेटेड फेक बताकर खारिज किया और साइबर सेल में केस दर्ज किया।
हाईकोर्ट का रुख और निर्देश
- कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा और SAD नेता दलजीत सिंह चीमा की PIL पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट (चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस संजीव बेरी की बेंच) ने गंभीर टिप्पणियां कीं।
- कोर्ट ने कहा: चुनाव आयोग को आरोपों की जांच लंबित रहते SSP वरुण शर्मा को चुनाव ड्यूटी से हटाना चाहिए था।
- जांच को न्यूट्रल एजेंसी (पंजाब सरकार के नियंत्रण से बाहर) को सौंपना चाहिए था ताकि पक्षपात का आरोप न लगे।
- कोर्ट ने ऑडियो क्लिप को CFSL चंडीगढ़ भेजकर फॉरेंसिक जांच कराने के निर्देश दिए।
- चुनाव आयोग को सभी पुलिस अधिकारियों को निष्पक्ष आचरण के निर्देश जारी करने को कहा गया।
- कोर्ट ने SEC की कार्रवाई की सराहना की कि SSP को छुट्टी पर भेजा गया, लेकिन पहले ऐसा करना बेहतर होता।
SSP वरुण शर्मा का एक्शन
- हाईकोर्ट की सुनवाई से कुछ घंटे पहले 10 दिसंबर को SSP वरुण शर्मा छुट्टी पर चले गए।
- उनकी जगह संगरूर SSP सरताज सिंह चहल को पटियाला का अतिरिक्त चार्ज दिया गया।
- छुट्टी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक (17 दिसंबर तक काउंटिंग) रहेगी।
- विपक्ष ने इसे AAP सरकार की स्वीकारोक्ति बताया कि पुलिस का दुरुपयोग हो रहा था।
चुनाव पर असर और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- नामांकन की आखिरी तारीख (4 दिसंबर) पर पटियाला समेत कई जिलों में नामांकन पेपर छीने जाने की शिकायतें आईं।
- विपक्ष (SAD, कांग्रेस, BJP) ने इसे चुनावी धांधली करार दिया।
- BJP पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा: SSP को छुट्टी पर भेजकर AAP ने पुलिस दुरुपयोग स्वीकार कर लिया।
- AAP ने आरोपों को खारिज किया और कहा कि यह विपक्ष की हार का डर है।
- हाईकोर्ट ने अलग से अवैध हिरासत के मामलों में भी पंजाब सरकार को फटकार लगाई, जो चुनाव से जुड़े हैं।
यह विवाद पंजाब की ग्रामीण राजनीति
में AAP की स्थिति को प्रभावित कर सकता है।
चुनाव निष्पक्ष हों, इसके लिए
हाईकोर्ट की निगरानी जारी है।
CFSL रिपोर्ट आने के बाद
मामला और स्पष्ट होगा।
